"तारक मेहता " के गुरुचरण सिंह उर्फ़ सोढ़ी का दर्द 34 दिन से सॉलिड खाना नहीं, 1.2 करोड़ का कर्ज
टेलीविजन कलाकार गुरुचरण सिंह, टेलीविजन के लोकप्रिय धारावाहिक "तारक मेहता का उल्टा चश्मा" सीरियल में रोशन सिंह सोढ़ी का किरदार निभाकर दर्शकों के बीच प्रसिद्धि पाई। इस समय वह बहुत ही कठिन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं, उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब है। जो उनके व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों ही स्थितियों में दिखाई दे रही है। अप्रैल माह में अपनी आर्थिक स्थिति से परेशान होकर उन्होंने घर छोड़ दिया और लगभग 25 दिन बाद घर वापस लौटे।
आर्थिक कठिनाइयों का सामना
गुरुचरण सिंह ने अपने लापता होने की असली वजह का अब खुलासा किया है कि वह बहुत कर्ज में डूबे हुए हैं। उनके ऊपर 1.2 करोड़ का कर्ज है। वे काम की तलाश में एक महीने से मुंबई में है।वे अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करना चाहते हैं उनको पैसे की सख्त जरूरत है जिससे कि वह अपना क्रेडिट कार्ड का पेमेंट और अपना E. M. I. पेमेंट कर सके व अपने बूढ़े मां-बाप की अच्छे से देखभाल कर सके।
उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि लगभग 1 महीने से ज्यादा समय हो गया वे सॉलिड खाना नहीं खाता रहे हैं। वे पिछले 34 दिनों से केवल लिक्विड डाइट जैसे दूध,चाय,नारियल पानी जैसी लिक्विड चीज ही ले रहे हैं।
1.2 करोड रुपए का कर्ज़
गुरुचरण सिंह ने बताया कि उनके ऊपर क्रेडिट कार्ड कंपनियों और बैंकों का लगभग ₹60 लाख का और अपने परिचितों का ₹60 लाख का कर्ज उनके ऊपर है कुल मिलाकर उनके ऊपर 1.2 करोड रुपए का कर्ज है वे कर्ज के बोझ से बहुत से दबे हुए हैं।
लापता होने की कहानी
गुरुचरण सिंह अप्रैल माह में अचानक बिना किसी को बताए हुए रहस्यमय तरीके से गायब हो गए थे। किसी को कुछ पता नहीं कि वह कहां है कि स्थिति में है। उनके माता-पिता,दोस्त -मित्र और रिश्तेदार उनके रहस्यमय में तरीके से गायब होने से बहुत ही चिंतित थे। उनके माता-पिता ने पुलिस में उनके रहस्यमय में तरीके से गायब होने की कंप्लेंट भी दर्ज कराई थी। वे मुंबई से दिल्ली जाने के लिए निकले लेकिन दिल्ली नहीं पहुंचे और रहस्यमय में तरीके से गायब हो गए।
आध्यात्मिक यात्रा और वापसी
गुरुचरण सिंह खुलासा किया कि वे गायब नहीं हुए थे बल्कि अपनी परेशानियों से और संघर्षों के कारण उत्पन्न हुए मानसिक दबाव से राहत पाने के लिए आध्यात्मिक यात्रा पर चले गए थे। और वापस लौटने का उनका कोई इरादा नहीं था लेकिन भगवान से मिले संकेत के कारण वापस लौट आए। वे यह सब प्रचार पाने के लिए नहीं किए थे।अगर उनको प्रचार पाना होता तो फिर सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से अपने विचार व्यक्त कर सकते थे। उनकी नियत सिर्फ भगवान से जुड़े रहने के लिए थी। इसलिए वापस लौटने पर भी मीडिया से दूर रहे। लेकिन बाद में अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए उन्होंने मीडिया से बात किया।
भविष्य की चुनौतियाँ और संभावनाएँ
गुरुचरण सिंह के सामने अपने कैरियर व आर्थिक स्थिति को सुधारने की एक चुनौती भी है।वे वर्तमान समय में काम की तलाश में है। अभी उनके पास कोई काम नहीं है। अपने भविष्य को लेकर उनके ऊपर बहुत मानसिक दबाव है। इस मानसिक दबाव से निकलने व उसका सफलतापूर्वक सामना करने की चुनौती भी उनके सामने है। यह उनके धैर्य की परीक्षा का समय है।
निष्कर्ष
गुरुचरण सिंह की कहानी से यह निष्कर्ष निकलता है कि समय और परिस्थितियों हर समय एक समान नहीं होता।कभी भी किसी के साथ किसी भी समय कोई भी विषम परिस्थितिया आ सकती हैं और किसी को भी प्रभावित कर सकती हैं। इन विषम परिस्थितियों से घबराना नहीं चाहिए और संघर्ष करते हुए अपनी स्थिति को बदलने का प्रयास करना चाहिए।
गुरुचरण सिंह अपनी स्थिति को सुधारने के लिए लगातार काम की तलाश कर रहे थे।यह उनके लिए बहुत बड़ी चुनौती है। टेलीविजन इंडस्ट्री के लोग व उनके प्रशंसक उनके साथ खड़े हैं। हम आशा करते हैं कि गुरु चरण सिंह इस स्थिति से जल्द से जल्द उबरकर अपनी पुरानी पहचान फिर से कायम करेंगे।
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