Avinash Sable; पेरिस ओलंपिक 2024; रचा इतिहास ;पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेजस्पर्धा में फाइनल के लिए क्वालीफाई किया

पेरिस ओलंपिक 2024 में अविनाश साबले ने 3000 मी स्टेपलचेंज स्पर्धा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए फाइनल में प्रवेश किया। वे इस स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश करने वाले प्रथम भारतीय एथलीट है।

प्रारंभिक जीवन और करियर
      
     महाराष्ट्र के वीड जिले में एक किसान परिवार में 13 सितंबर 1994 मैं अविनाश सांबले का जन्म हुआ था। इनका बचपन बहुत ही गरीबी में बीता। और वे सदैव भारतीय सेना  में  जाने के लिए सोचते रहते थे।जब भारतीय सेना में  ज्वाइन करने का अवसर मिला तो वहीं से इनके एथलेटिक्स जीवन की शुरुआत हुई।

एथलेटिक्स में सफर

     स्टेपलचेंज की ट्रेनिंग उन्होंने भारतीय सेना के खेल कोच के दिशा निर्देशन में शुरू कर सन 2018 में अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। एशियाई ओलंपिक चैंपियनशिप 2019 दोहा में उन्होंने रजत पदक जीतकर 8 मिनट 30.19 सेकंड का  नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।

पेरिश ओलंपिक 2024 में उम्मीदें

     पेरिस ओलंपिक 2024 मैं अविनाश सांबले  ने 3000 मी स्टेपलचेंज स्पर्धा में 8 मिनट 15.43 का समय लेते हुए शानदार तरीके से फाइनल में प्रवेश किया और भारत को गरवान्वित किया। प्रत्येक भारतीय उनके इस प्रदर्शन से झूम उठा कि स्टेपलचेंज स्पर्धा में पदक जीत कर देश को गौरव का पल उपलब्ध कराएंगे और देश का नाम अवश्य रोशन करेंगे।

चुनौतियाँ और प्रेरणा

     अविनाश साबले ने हर कठिनाइयों और मुश्किल परिस्थितियों का सामना करते हुए अपने एथलेटिक्स के सफर को जारी रखा तथा कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। किसी भी कठिन परिस्थितियों में भी हार ना मानते हुए अपने मंजिल की ओर बढ़ते चले गए।

निष्कर्ष
     
     भारतीय युवाओं के लिए अविनाश साबले का जीवन एक प्रेरणा स्रोत रहा है। अपने दृढ़ निश्चय कठिन परिश्रम और विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ने की क्षमता से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। हम सब 140 करोड़ भारतीयों की शुभकामनाएं उनके साथ हैं कि वे भारत के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पदक जीते।








 

     

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