वक्फ बिल पर जेपीसी की बैठक में हंगामा: टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी एक दिन के लिए निलंबित

वक्फ बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक के दौरान अनुशासनहीन व्यवहार के आरोप में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद कल्याण बनर्जी को मंगलवार को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। यह निलंबन लोकसभा के नियम 261 और 374(1) (2) के तहत किया गया है, जिसमें बनर्जी पर जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और कांच की बोतल तोड़कर फेंकने का आरोप है।

इस निलंबन प्रस्ताव के पक्ष में 9 और विरोध में 8 वोट पड़े। बैठक के दौरान जब बीजेपी सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय के साथ बहस तेज हुई, तब बनर्जी ने पानी की कांच की बोतल तोड़ दी और उसे फेंक दिया। इस घटना में टीएमसी नेता के अंगूठे और तर्जनी उंगली में चोट आई, जिसके बाद उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी गई। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और आप नेता संजय सिंह उन्हें वापस बैठक कक्ष में लेकर आए।

जेपीसी की अध्यक्षता कर रहे बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल उस समय सेवानिवृत्त न्यायाधीशों और वकीलों के विचार सुन रहे थे, जब विपक्षी सदस्यों ने इस पर सवाल उठाया कि इन व्यक्तियों का बिल से क्या संबंध है।

विपक्ष का सरकार पर राजनीतिक मकसद का आरोप
विपक्षी सदस्यों ने इस बिल को लेकर सरकार पर राजनीतिक कारणों से इसे पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 का उद्देश्य मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाना है। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने लगभग एक घंटे तक बिल पर आलोचनात्मक टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने इसके संभावित परिणामों पर सवाल उठाए। वहीं, टीएमसी नेता कल्याण बनर्जी ने पूछा कि क्या वक्फ, जो अल्लाह के नाम पर है, कानूनी रूप से राज्य द्वारा मान्यता प्राप्त है।

बीजेपी सदस्यों ने बिल का बचाव करते हुए कहा कि यह वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार लाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 में रिकॉर्ड्स का डिजिटलीकरण, सख्त ऑडिट, पारदर्शिता में वृद्धि और अवैध रूप से कब्जा की गई वक्फ संपत्तियों को वापस लेने के कानूनी प्रावधान शामिल हैं।

टिप्पणियाँ

अपनी बुकिंग करें

Discover the World with Free Travel Tours

Join us for an unforgettable adventure!

लोकप्रिय पोस्ट

वाराणसी के ऐतिहासिक भारत मिलाप मेले में भगदड़ और लाठीचार्ज: मंत्री के बेटे से विवाद के बाद दरोगा निलंबित, पुलिस पर उठे सवाल

सिगरा स्टेडियम में राज्य मंत्री ने अधिकारियों को लगाई फटकार, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. संपूर्णानंद के नाम पर उठी विवाद की चिंगारी