लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी, महाराष्ट्र में राजनीतिक तूफान
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों से कुछ ही महीने पहले हुई है, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है और इस घटना को लेकर महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्ष ने राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस्तीफे की मांग की है।
हत्या का विवरण
शनिवार रात 9:30 बजे के करीब, बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर से निकलकर कार में बैठने जा रहे थे, तभी हमलावरों ने उन पर 6-7 गोलियां दागीं। पुलिस के मुताबिक, दो गोलियां सिद्दीकी के सीने में और एक उनके पेट में लगी। उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। उनके साथ मौजूद एक सहयोगी को भी गोली लगी है। इस घटना में पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का दावा
घटना के बाद, लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य ने फेसबुक पर एक पोस्ट की, जिसमें दावा किया गया कि सिद्दीकी को उनके बॉलीवुड सितारों, खासकर सलमान खान और कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम जैसे अंडरवर्ल्ड के लोगों के साथ संबंधों के कारण निशाना बनाया गया। पोस्ट में अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग और आरोपी अनुज थापन का भी जिक्र किया गया, जिसने बाद में पुलिस हिरासत में आत्महत्या कर ली थी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। विपक्षी दलों ने घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, "वाई-लेवल सुरक्षा के बावजूद उनकी गोली मारकर हत्या होना बेहद चिंताजनक है। हम राज्य सरकार को लगातार चेतावनी दे रहे थे कि मुंबई में आपराधिक गतिविधियों में वृद्धि हो रही है, लेकिन इस सरकार ने अपराधियों को बढ़ावा दिया है।"
एनसीपी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार ने कहा, "महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। यह घटना सरकार की लापरवाही का नतीजा है। सत्ता पक्ष को इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।"
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा, "दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, एक उत्तर प्रदेश से और एक हरियाणा से, जबकि एक अन्य फरार है। मैंने पुलिस को सख्त कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि मुंबई में फिर से गैंगवार जैसी स्थिति उत्पन्न न हो।"
बाबा सिद्दीकी का राजनीतिक सफर
बाबा सिद्दीकी तीन बार बांद्रा पश्चिम से कांग्रेस विधायक चुने गए थे और 2004 से 2008 तक कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार में राज्य मंत्री रहे थे। उन्होंने 48 सालों तक कांग्रेस के साथ जुड़े रहने के बाद इस साल की शुरुआत में अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी का दामन थामा था।
सिद्दीकी अपनी तेजतर्रार राजनीतिक शैली और बॉलीवुड हस्तियों के साथ अपने करीबी संबंधों के लिए भी जाने जाते थे। उनकी इफ्तार पार्टियों में शाहरुख खान, सलमान खान और संजय दत्त जैसी मशहूर हस्तियाँ शामिल होती रही हैं।
कानून-व्यवस्था पर सवाल
सिद्दीकी की हत्या के बाद राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं। एक Y-लेवल सुरक्षा प्राप्त नेता की हत्या ने मुंबई जैसे पॉश इलाके में पुलिस की सख्ती पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस के अनुसार, इस हत्या को अंजाम देने के लिए हमलावरों ने 20-25 दिनों तक इलाके की रेकी की थी।
यह घटना उस समय हुई जब मुंबई पुलिस दशहरे के दौरान शिवसेना द्वारा आयोजित दो वार्षिक रैलियों के कारण हाई अलर्ट पर थी। आगामी विधानसभा चुनावों से पहले इस प्रकार की घटनाओं ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।
अंतिम संस्कार और भविष्य की कार्रवाई
सीएम एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि बाबा सिद्दीकी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मुंबई में गैंगस्टर गतिविधियों को दोबारा पनपने नहीं दिया जाएगा और दोषियों को सख्त सज़ा दी जाएगी।
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने न केवल राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल मचाई है, बल्कि यह घटना महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है, जिसे सरकार को जल्द से जल्द संबोधित करना होगा।
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