मोबाइल फोन चोरी: अब थाने के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं, CEIR पोर्टल से खुद करें फोन की तलाश
मोबाइल फोन चोरी या गुम होने पर अब आपको थाने के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। भारत सरकार के दूरसंचार मंत्रालय द्वारा 2019 में शुरू किए गए सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्ट्रेशन (CEIR) पोर्टल के जरिए आप अपने खोए हुए फोन की खुद से खोजबीन कर सकते हैं। हालांकि यह सुविधा काफी समय से उपलब्ध है, लेकिन इसकी जानकारी अभी भी कम लोगों को है। इस पोर्टल के इस्तेमाल से पुलिस पर दबाव कम होगा और लोगों को अपने फोन की तलाश में आसानी होगी।
बरेली के एसपी अनुराग आर्य किया नई व्यवस्था का शुभारंभ
समय के साथ चोरी के मामलों में वृद्धि और पुलिस पर बढ़ते दबाव को देखते हुए एसपी अनुराग आर्य ने यह सुनिश्चित किया है कि पुलिसकर्मी लोगों को CEIR पोर्टल के बारे में जागरूक करें। अब जब भी कोई मोबाइल चोरी की शिकायत लेकर थाने आएगा, पुलिसकर्मी उन्हें बताएंगे कि इस पोर्टल के जरिए कैसे अपने फोन की लोकेशन ट्रेस की जा सकती है। इस पहल से लोगों में पोर्टल के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और पुलिस के कामकाज में भी आसानी होगी।
CEIR पोर्टल की शुरुआत और कार्यप्रणाली
CEIR पोर्टल को सबसे पहले मुंबई में लॉन्च किया गया था, लेकिन बाद में इसे पूरे देश में लागू किया गया। इस पोर्टल पर आप अपने चोरी या गुम हुए फोन का IMEI (International Mobile Equipment Identity) नंबर दर्ज कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद यह जानकारी टेलीकॉम विभाग, संबंधित पुलिस थाने और सर्विलांस सेल तक पहुंच जाती है। इसके बाद, सर्विलांस सेल फोन की ट्रैकिंग शुरू कर देती है।
कैसे करता है काम ?
पोर्टल पर फोन का IMEI नंबर दर्ज करने के बाद, यदि आपके चोरी गए फोन में कोई नया सिम कार्ड डाला जाता है, तो इसकी जानकारी पोर्टल द्वारा सर्विलांस सेल और पुलिस को मिल जाती है।
पुलिस को इस सिम कार्ड की लोकेशन मिल जाती है, जिससे फोन की बरामदगी की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
आपको अपने फोन की तलाश और ट्रैकिंग से जुड़े अपडेट पोर्टल के माध्यम से मिलते रहेंगे।आपकोयह पता चलते ही कि आपके मोबाइल में कौन सा सिम डाल गया है। आप उसे नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
अब पुलिस थानों में तैनात पुलिसकर्मी आवेदकों को CEIR पोर्टल के बारे में जानकारी देंगे और उन्हें यह सिखाएंगे कि कैसे इस पोर्टल का उपयोग कर अपने खोए हुए फोन की खोज की जा सकती है।
इस पहल से जहां एक ओर लोगों को राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर पुलिस के काम में भी सुधार होगा और चोरी के मामलों में कमी आएगी।
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