"आईपीएल 2025: 27 करोड़ के ऋषभ पंत का फ्लॉप शो - एक सीजन, एक अर्धशतक और सवालों की बौछार"
आईपीएल, यानी इंडियन प्रीमियर लीग, सिर्फ क्रिकेट का टूर्नामेंट नहीं है, बल्कि यह भावनाओं, उम्मीदों और बड़े पैसों का खेल बन चुका है। हर साल क्रिकेट के दीवानों को रोमांच, उत्साह और हैरान कर देने वाले प्रदर्शन देखने को मिलते हैं। लेकिन इस बार आईपीएल 2025 में एक ऐसा नाम सबकी जुबान पर है, जिसने अपने प्रदर्शन से नहीं, बल्कि खराब फॉर्म से सुर्खियां बटोरी हैं – और वह नाम है ऋषभ पंत।
27 करोड़ रुपये में खरीदे गए ऋषभ पंत इस बार अपनी कीमत के साथ न्याय नहीं कर सके। उनका प्रदर्शन न सिर्फ निराशाजनक रहा, बल्कि उनकी टीम लखनऊ सुपर जाएंट्स (LSG) के सफर को भी काफी हद तक प्रभावित किया। इस लेख में हम ऋषभ पंत के पूरे सीजन का विश्लेषण करेंगे – उनके आंकड़े, उनकी फॉर्म, उनके करियर की तुलना और टीम पर उनके प्रभाव के साथ-साथ लखनऊ फ्रेंचाइजी के आगामी फैसलों पर भी चर्चा करेंगे।
27 करोड़ की कीमत – उम्मीदें थीं आसमान छूने की
जब आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी हुई, तब ऋषभ पंत को लेकर काफी उत्साह था। लखनऊ सुपर जाएंट्स ने 27 करोड़ रुपये खर्च कर उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। यह आईपीएल इतिहास की सबसे महंगी बोली थी। सभी को उम्मीद थी कि ऋषभ पंत न सिर्फ कप्तानी में अनुभव देंगे, बल्कि बल्ले से भी टीम को मजबूती देंगे। लेकिन सीजन जैसे-जैसे आगे बढ़ा, पंत का बल्ला शांत होता गया और उम्मीदें टूटती चली गईं।
ऋषभ पंत का प्रदर्शन – आंकड़ों की जुबानी
आईपीएल 2025 के अब तक के 12 मैचों में लखनऊ सुपर जाएंट्स को सिर्फ 5 जीत मिल पाई है। टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है और इस हार के कई कारणों में से एक प्रमुख कारण पंत की खराब फॉर्म रही है।
ऋषभ पंत ने अब तक 11 पारियों में:
135 रन बनाए हैं
औसत: 12.27
स्ट्राइक रेट: 100
सिर्फ 1 अर्धशतक (63 रन)
बाकी की 10 पारियों में उनका उच्चतम स्कोर: 21 रन
उनकी पारी क्रमशः रही: 0, 15, 2, 2, 21, 63, 3, 0, 4, 18, 7
यह प्रदर्शन उस खिलाड़ी के लिए बेहद निराशाजनक है, जो किसी समय दिल्ली कैपिटल्स की रीढ़ हुआ करता था। यह आंकड़े साबित करते हैं कि ऋषभ पंत का बल्ला इस सीजन पूरी तरह खामोश रहा।
2016 के बाद सबसे खराब प्रदर्शन
अगर हम पंत के पूरे आईपीएल करियर को देखें, तो उन्होंने सिर्फ 2016 और 2025 में ही 200 से कम रन बनाए हैं:
2016: 10 मैच, 198 रन
2025: 11 पारियां, 135 रन
बाकी सीजन में पंत ने हमेशा 300 से अधिक रन बनाए हैं। यह गिरावट बताती है कि या तो उनका आत्मविश्वास डगमगा गया है, या फिर उनका फॉर्म बुरी तरह बिगड़ गया है।
करियर के शानदार पल भी रहे हैं
ऋषभ पंत को लेकर हम सिर्फ आलोचना नहीं कर सकते, क्योंकि उनका आईपीएल करियर शानदार रहा है:
कुल मैच: 123
कुल रन: 3419
औसत: 32.88
स्ट्राइक रेट: 146.11
शतक: 1
अर्धशतक: 19
सर्वश्रेष्ठ पारी: नाबाद 128 रन (2018 में SRH के खिलाफ)
उनके पिछले कुछ सीजन देखें तो:
2017: 14 मैच, 366 रन
2018: 14 मैच, 684 रन
2019: 16 मैच, 488 रन
2020: 14 मैच, 343 रन
2021: 16 मैच, 419 रन
2022: 14 मैच, 340 रन
2024: 13 मैच, 446 रन (कार एक्सीडेंट के बाद वापसी)
इस इतिहास को देखते हुए यह विश्वास करना कठिन है कि वही ऋषभ पंत इस बार सिर्फ एक अर्धशतक बना सके।
शॉट सिलेक्शन और नियंत्रण पर सवाल
पंत के शॉट सेलेक्शन और कंट्रोल को लेकर भी सवाल उठे हैं। इस सीजन में वे सिर्फ 59.3% कंट्रोल में नजर आए। मतलब लगभग 40% गेंदों पर उनके शॉट अनिश्चित रहे, जिससे उनकी विकेट जल्दी गिरती रही। वह तेज शुरुआत भी नहीं कर पाए, जिसकी उनसे उम्मीद थी।
लखनऊ की टीम को नुकसान
लखनऊ सुपर जाएंट्स ने अपने शुरुआती मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, टीम की गाड़ी पटरी से उतरती गई। पंत के खराब फॉर्म ने मध्यक्रम को अस्थिर कर दिया। उन्होंने मुश्किल समय में रन नहीं बनाए, जिससे दबाव अन्य बल्लेबाजों पर आया।
टीम ने:
12 मैचों में सिर्फ 5 जीते
7 में हार का सामना किया
प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है
जहां एक ओर SRH, KKR और RR जैसी टीमें लगातार मजबूत दिखीं, वहीं LSG पंत की कप्तानी और बल्लेबाज़ी दोनों में डगमगाती नजर आई।
संजय गोयनका की प्रतिक्रिया पर नज़र
फ्रेंचाइज़ी के मालिक संजीव गोयनका पहले भी खिलाड़ियों की सार्वजनिक आलोचना कर चुके हैं। पिछले सीजन में केएल राहुल को मैदान पर फटकार लगाने की घटना अभी लोगों के ज़हन में ताज़ा है। अब सवाल यह है कि क्या पंत को लेकर भी कुछ ऐसा ही होगा?
27 करोड़ में खरीदे गए एक खिलाड़ी से जब रन नहीं आते, तो मालिक की निराशा स्वाभाविक है। आईपीएल जैसे प्रतियोगी माहौल में पैसा प्रदर्शन से जुड़ा होता है, और जब प्रदर्शन नहीं होता तो प्रतिक्रियाएं भी कड़ी होती हैं।
क्या पंत को और समय मिलना चाहिए?
यह सवाल भी उठता है कि क्या हमें पंत को और समय देना चाहिए? आखिरकार वह एक बड़े एक्सीडेंट से लौटे हैं, और 2024 में उन्होंने तीन अर्धशतक भी जमाए थे। हो सकता है कि यह सिर्फ एक बुरे फॉर्म का दौर हो, जो अगले सीजन में खत्म हो जाए। लेकिन आईपीएल में समय कम और दबाव बहुत ज़्यादा होता है।
टीम मैनेजमेंट को यह तय करना होगा कि क्या वे पंत के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं, या फिर किसी नए बल्लेबाज को मौका देना चाहते हैं। साथ ही, पंत को खुद भी आत्ममंथन करने की जरूरत है कि कहां चूक हो रही है।
निष्कर्ष: नाम बड़ा लेकिन काम छोटा
आईपीएल 2025 ऋषभ पंत के लिए भूलने लायक सीजन रहा है। करोड़ों रुपये की बोली, कप्तानी का जिम्मा और फैंस की उम्मीदें – इन सबका दबाव उनके प्रदर्शन में झलकता है। एक अर्धशतक के अलावा कुछ नहीं निकला उनके बल्ले से, और टीम भी बाहर हो गई।
क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो हर मैच में कुछ नया सिखाता है। पंत के लिए यह सीजन सीखने का मौका हो सकता है, अगर वह इससे सबक लें और 2026 में एक बार फिर अपने पुराने अंदाज़ में लौटें। उनके पास प्रतिभा है, अनुभव है, जरूरत है तो सिर्फ आत्मविश्वास और निरंतरता की।
लखनऊ फ्रेंचाइज़ी को भी यह सोचना होगा कि इतने बड़े निवेश के बदले उन्हें क्या मिला और आगे की रणनीति कैसे बनानी है।
आपका क्या मानना है? क्या ऋषभ पंत को और मौके मिलने चाहिए या फ्रेंचाइज़ी को उनके विकल्प पर विचार करना चाहिए? कमेंट में बताएं और शेयर करें ये लेख उन सभी क्रिकेट प्रेमियों के साथ।
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